वो तो तेजा सिंह राजपूत था नागौर का, जो जोधपुर के राजा का एक बहादुर व वफादार योद्धा। वो जाट नहीं था। मुगल बादशाह के साथ राजपूतों के संघर्ष में वीर गति को प्राप्त हुआ। जाटों ने उसको मरने के बाद अपनाया और राजपूतों ने मनवाया तथा ब्राह्मणों ने उसको लोक देवता बनवाया। आज हिंदुत्ववादी ताकतों के सहारे बेराजगार जाट युवा सड़कों पर उतर कर तेजा सिंह के नाम पर गौरव यात्रा निकाल रहे है।
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